शुक्रवार, 23 सितंबर 2011

यहां जीत “जीत” नहीं होती


हमेशा उनका चेहरा नहीं होता
जो हमारे आसपास होता हैं।

बादलों का कोई रंग नहीं होता
अलग-अलग रंगों में बारिश ढलती है।

मौसम के मुताबिक बदलता है रंग गालों का
तन्हाई का रंग हमेशा एक सा होता है।

हर हंसी अपना अलग वजूद रखती है,
छोटी उम्र की खिलखिलाहटें बेवजूद होती हैं।

उम्र के हर पड़ाव का नाम रखा है दुनिया ने
लेकिन मौत का नाम कभी जिंदगी नहीं होती।

तुम्हारे-मेरे बीच जो है, वो नहीं है कोई नया खेल
तुम मानो या ना मानो, यहां जीत जीत नहीं होती।  

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